हा काम पच्चीस है
बोले तो गेम ओवर
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
राम नाम सत्या है
यह खुले आम हत्या है
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
सुन ले तू अच्छे से दर जा मरने से
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
मेरे जैसे एक तेरे जैसे च्चतिस हैं
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
बोले तो ग़मे ओवर
काम पच्चीस है मत दिखा बत्तीसे
मार जाएगा गलती से गायब तू धरती से
चलता यह शेर बोले अपने ही मर्ज़ी से
गार्दी में फ़र्क नही
चरसी और वर्दी में
राजनीति में यहाँ
सबसे ज़्यादा पैसा क्यूँ है
पब्लिक को नही दिखता
वैसे वाला पैसा क्यूँ है
पब्लिक की सेवा फिर
पैसे वाला नेता क्यूँ है
मुंबई शहर सबको
कम ज़्यादा देता क्यूँ है
अलग कुत्ते यह काट’ते यह भौंकते नही
अलग घोड़े यह ठोकते यह दौड़ते नही
यहाँ पे नाम काम करता है
पोलीस वाला भी बोला
मेरा स्टार बहुत हल्का है
सीन तोड़ा ढलता है
ग़मे होना सबका है
अगर तू ज़िंदा फिर जी ले ना बेटा
बंबई शहर चिल्लूम तैयार है
अब पी ले ना बेटा
सीधा सीने में बेटा
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
राम नाम सत्या है
यह खुले आम हत्या है
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
सुन ले तू अच्छे से दर जा मरने से
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
मेरे जैसे एक तेरे जैसे च्चतिस हैं
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
बोले तो ग़मे ओवर
रास्ते में खड्डे नही
खद्डों में रास्ते हैं
छ्चाटी है चौड़ी क्यूंकी
बंबई हर साँस में है
डरना किस’से जब समुंदर भी साथ में है
पानी है गहरा और
शूटर सब शार्क से हैं
आया रख से तू जाएगा भी रख में
दिमाग़ में यह डाल दे
तू शातिर हर चाल में
हूँ शातिर वोही टाउन में
काम में लगाओ अगर सही सा अमाउंट है
छ्होटे ज़रा टाउन में
खिलाने वेल हाथ को नही काटने का
मिलने वेल हाथ को नही चाटने का
तेरी है ताली तो अपने में खाने का
अपनी हरकतों को दूसरों में बाँटने का
यह बंबई वाली रूल छ्होटे कूल
छ्होटे क्लास आने के लिए
तोड़ा पढ़ना पड़ता स्कूल
छ्होटे मत भूल
छ्होटे नंबर वन है रूल
छ्होटे बाप होता बाप और
तू तो मेरा फूल छ्होटे
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
राम नाम सत्या है
यह खुले आम हत्या है
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
सुन ले तू अच्छे से दर जा मरने से
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
मेरे जैसे एक तेरे जैसे च्चतिस हैं
काम पच्चीस है काम धाम पच्चीस है
बोले तो ग़मे ओवर